कैथी लिपि सीखिए– Samanya Kaithi: स्वर वर्ण (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं,अः) Learn Kaithi Script Alphabets | Class 02


कैथी लिपि सीखने की शुरुआत करें — इस क्लास में जानिए सामान्य कैथी के स्वर वर्ण लिखने का तरीका।

500 साल पुरानी भारतीय लिपि अब डिजिटल युग में फिर जीवित हो रही है।

Step-by-step वीडियो और उदाहरणों के साथ सीखें Kaithi Script – Class 01 से शुरू करें अपनी यात्रा! कैथी लिपि कई प्रकार की होती है।
जगह, भाषा और बोली के अनुसार इसका रूप बदल जाता है।
सबसे पहले हम सामान्य कैथी लिखना सीखेंगे। ✍️
सामान्य कैथी (Samanya Kaithi) कैथी लिपि का सबसे सरल और व्यापक रूप माना जाता है। इसे समझने से पहले जानिए —

✍️ 1. सामान्य कैथी क्या है


सामान्य कैथी वह रूप है जिसे आम लोग पत्र-व्यवहार, शिक्षा, और स्थानीय लेखन में प्रयोग करते थे।

यह न तो अत्यधिक सजावटी है, न ही बहुत कठिन — इसलिए इसे “जनभाषा की लिपि” कहा जाता था।

🪶 2. प्रयोग के क्षेत्र


सामान्य कैथी का उपयोग मुख्यतः

बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, नेपाल के तराई क्षेत्र और मैथिली, भोजपुरी, मगही, अवधी बोलियों में होता था।

📜 3. विशेषताएँ


कार और प्रवाहमय होते हैं।

लेखन में सीधी और तिरछी रेखाएँ कम होती हैं, जिससे गति बढ़ती है।

स्वर और व्यंजन का मेल सरल है।

स्थानीय उच्चारण के अनुसार कुछ वर्णों के रूप बदल जाते हैं।

🌾 4. उद्देश्य


सामान्य कैथी को पहले सीखना इसलिए आवश्यक है क्योंकि —

👉 यह सभी क्षेत्रीय रूपों की नींव है।

👉 इसे समझ लेने के बाद आप आसानी से बनारसी, मगही, भोजपुरी, तिरहुतिया आदि रूपों को भी पहचान सकते हैं।

🔥 निष्कर्ष


सामान्य कैथी लिपि हमारे पूर्वजों की दैनिक बोली और संस्कृति का जीवंत प्रमाण है।

इसे सीखना केवल एक लेखन-कला नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ने का माध्यम है। 🌿

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